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चैत्र पूर्णिमा व्रत 16 अप्रैल 2022

चैत्र पूर्णिमा व्रत 16 अप्रैल 2022

भारतीय हिंदू धर्म में प्रत्येक माह का अंतिम दिन पूर्णिमा तिथि होता है माह के नाम से ही पूर्णिमा नाम रखा जाता है चैत्र माह में पड़ने वाली पूर्णिमा को चैत्र पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है इस दिन श्री राम के परम भक्त पवनपुत्र हनुमान जी का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है हिंदू धर्म में सनातन धर्म का विशेष महत्व होता है इस दिन पवित्र नदी गंगा, यमुना, सरस्वती आदि नदियों में स्नान दान करने का विशेष महत्व होता है इस दिन स्नान दान करने से व्यक्ति को समस्त दुखों से छुटकारा मिल जाता है

चैत्र माह में पड़ने वाली पूर्णिमा को चैती पूनम के नाम से भी जाना जाता है इस दिन भगवान श्री हरि की पूजा और व्रत का विधान भी है रात को चंद्रमा के दर्शन और चंद्रमा को अर्घ देने के बाद ही व्रत का पारायण किया जाता है शास्त्रों में ऐसी मान्यता है कि चैत्र पूर्णिमा के दिन नदी, तीर्थ, सरोवर और जल कुंड आदि में स्नान करके दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है

चैत्र पूर्णिमा का महत्व

भारतीय हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र का महीना साल का पहला महीना होता है हिंदू नव वर्ष की प्रथम पूर्णिमा के रूप में मनाई जाती है ऐसा माना जाता है कि इस दिन जो भक्त श्री भगवान विष्णु की श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना करता है उन्हें सुख समृद्धि धन की प्राप्ति होती है इस दिन श्री सत्यनारायण व्रत, कथा करने से व्यक्ति के दुख दूर हो जाते हैं

चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जन्मोत्सव

पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन श्री हनुमान जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है शास्त्रों के अनुसार हनुमान जन्मोत्सव कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी और चैत्र शुक्ल पूर्णिमा दोनों के दिन मनाया जाता है

चैत्र पूर्णिमा विधि

चैत्र पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि कर स्वस्थ सुंदर वस्त्र धारण करने चाहिए इसके उपरांत मंदिर में भगवान के सम्मुख खड़े होकर चैत्र पूर्णिमा का व्रत संकल्प करें तत्पश्चात श्री विष्णु जी की पूजा अर्चना करें इस दिन श्री सत्यनारायण जी का पूजा अर्चना और कथा करनी चाहिए भगवान विष्णु को नैवेद्य के रूप में आटे की बनी पंजीरी का भोग अर्पित करनी चाहिए अंत में ब्राह्मणों को दान दक्षिणा देकर रात में चंद्र दर्शन के बाद चंद्रमा को अर्घ्य दें एवं पूजा अर्चना करें और व्रत का पारायण करें

पूर्णिमा के दिन इन मंत्रों का करें जाप

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चैत्र पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के समय चंद्रमा को कच्चे दूध में चीनी और चावल मिलाकर "ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमासे नम:" या "ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:" मंत्र का जप करते हुए अर्घ्य देने से व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं से शीघ्र ही छुटकारा मिल जाता है

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