
श्रीसत्यनारायण व्रत (ज्येष्ठ पूर्णिमा) शास्त्रीय निर्णय
विष्णुरूप श्रीसत्यनारायण व्रत प्रदोष - व्यापिनी एवं चन्द्रोदय - व्यापिनी पूर्णिमा के दिन किया जाता । इस वर्ष ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा, 14 जून, 2022 ई. को 17 घं.- 22 मिं. पर समाप्त हो रही है, जिस कारण यह इस दिन प्रदोषव्यापिनी नहीं होगी।
इसदिन या एक दिन पूर्व पंजाब, हिमाचल आदि पश्चिमोत्तर प्रान्तों में प्रदोषकाल लगभग 19 घं . - 29 मि . से 22 घं. - 17 मिं तक रहेगा। ता.13 जून, 2022 ई. को पूर्णिमा घं. - 03 मि . पर प्रारम्भ हो रही है, जिससे इसीदिन प्रदोष व्यापिनी एवं रात्रिव्यापिनी तपूर्णिमा होगी। अतएव श्रीसत्यनारायण का व्रत इसीदिन (13 जून, 2022 ई.) को रखना प्रशस्त होगा। जबकि वटसावित्री का व्रत अगले दिन 14 जून, मंगलवार को ही प्रशस्त होगा।
निष्कर्ष :- अतः 13 जून 2022 को श्री सत्यनारायण व्रत रहेगा। और वट सावित्री का व्रत 14 जून 2022 को रहेगा।
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