
हिंदू धर्म में अनंत चतुर्दशी का बड़ा महत्व माना गया है। अनंत चतुर्दशी को अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष अनंत चतुर्दशी का यह व्रत 1 सितंबर मंगलवार को रखा जाएगा। इस दिन पालनहार भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा अर्चना की जाती है। माना जाता है इस दिन अनंत चतुर्दशी व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने और अनंत सूत्र को बांधने से जीवन की सभी समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। शास्त्रों के अनुसार अनंत चतुर्दशी का व्रत रखने से मनुष्य के जीवन के सभी कष्टों का निवारण हो जाता हैं अनंत चतुर्दशी व्रत का निर्णय सूर्य उदय तिथि से लिया जाता है अर्थात जिस दिन अनंत चतुर्दशी तिथि सूर्य उदय समय में विद्यमान रहे उसी दिन अनंत चतुर्दशी व्रत माननीय होगा|
अनंत
चतुर्दशी पूजा शुभ मुहूर्त-
अनन्त चतुर्दशी पूजा मुहूर्त - 05:49 AM से 09:38 AM
अनन्त चतुर्दशी पूजा मुहूर्त - 05:49 AM से 09:38 AM
अवधि - 03 घण्टे 50 मिनट्स
चतुर्दशी तिथि
प्रारम्भ – 31 अगस्त 2020 को 08:48 AM से
चतुर्दशी तिथि
समाप्त – 01 सितम्बर 2020 को 09:38 AM तक
अनंत
चतुर्दशी की पूजा विधि-
अग्नि पुराण के अनुसार अनंत चतुर्दशी के दिन
पालनहार भगवान विष्णु के अनंत रूपों की पूजा अर्चना की जाती है अनंत चतुर्दशी के
दिन सबसे पहले स्नान कर के नए वस्त्र धारण करें धूप, दीप
जलाकर संकल्प लें मंदिर में कलश स्थापना करें और भगवान विष्णु की तस्वीर लगाएं|
एक डोरी को कुमकुम
केसर और हल्दी से रंगाकर उसमें 14 गाठें लगा कर भगवान विष्णु जी को अर्पित कर दें
पंचो उपचार से भगवान विष्णु जी की पूजा अर्चना करें|
इस अनंत
चतुर्दशी के दिन पूजा करते समय इस मंत्र का जापअवश्य करें-
अनंत संसार महासुमद्रे मग्रं समभ्युद्धर वासुदेव।
अनंतरूपे विनियोजयस्व ह्रानंतसूत्राय नमो नमस्ते।।
अनंत संसार महासुमद्रे मग्रं समभ्युद्धर वासुदेव।
अनंतरूपे विनियोजयस्व ह्रानंतसूत्राय नमो नमस्ते।।
इसके उपरांत पूजा
में बैठे पुरुष रक्षा सूत्र को अपने दाएं हाथ के बाजू में और महिलाएं बाएं हाथ के
बाजू में बांध लें सूत्र बांधने के उपरांत यथाशक्ति ब्राह्मणों को भोजन कराएं और
दक्षिणा प्रदान करें|
अनंत
चतुर्दशी की पूजा से लाभ-
यह अनंत चतुर्दशी व्रत नव ग्रहों की अशुभता को भी दूर करती है
कुंडली में काल सर्प दोष होने पर भी अनंत चतुर्दशी के दिन पूजा अर्चना करने से लाभ मिलता है।
अनंत चतुर्दशी का व्रत करने से जीवन में आने वाली हर परेशानियां दूर होती है।
यह अनंत चतुर्दशी व्रत नव ग्रहों की अशुभता को भी दूर करती है
कुंडली में काल सर्प दोष होने पर भी अनंत चतुर्दशी के दिन पूजा अर्चना करने से लाभ मिलता है।
अनंत चतुर्दशी का व्रत करने से जीवन में आने वाली हर परेशानियां दूर होती है।
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